Republic Day poem in Hindi - गणतंत्र दिवस देश का राष्ट्रीय पर्व है जो हर साल 26 जनवरी पूरे देशभर में खासकर दिल्ली के राजपथ पर धूम -धाम से मनाया जाता है हमारा संविधान आजादी के पश्चात अर्थात 26 Jan 1950 को लागू किया गया था। गणतंत्र दिवस कविता - छब्बीस जनवरी फिर है आई। मन में नयी उमंगे लाई फिर तिरंगा लहराएगा विश्व गगन पर छ जायेगा देंगे उसको लोग सलामी हो जाएगी … [Read more...] about Poem on Republic Day in Hindi | गणतंत्र दिवस पर कविता
Short Hindi Poems
Poem on Makar Sankranti in Hindi | मकर संक्रांति पर कविता
Poem on Makar Sankranti in Hindi | मकर संक्रांति पर कविता आया है त्योहार देखो पतंग का दही चूड़ा और गुड़ के संग तिलवा भी खाने का ठंड को भी मात देते हम सब सुबह नहा धोकर प्रसाद पाते हम सब कहीं खिचड़ी तो कहीं रसिया कहीं लगे दही चूड़ा का भोग रोज ऐसे दिखते सूरज दादा दोस्त आता नहीं ठंडी का रोग नव वर्ष का पहला त्यौहार है आया ठंडी रजाई कंबल सब को … [Read more...] about Poem on Makar Sankranti in Hindi | मकर संक्रांति पर कविता
Poem on Sun in Hindi | Suraj par Kavita सूर्य देव पर कविता
Poem on Sun in Hindi | Suraj par Kavita सूर्य देव पर कविता सूर्य देव आ भी जाओ मधुर सा गीत सुनाओ अपनी तेज रश्मियों से शीत लहर पर छा जाओ ठिठुरते हैं बच्चे -बूढ़े -बीमार कब से हैं कर रहे इंतजार करो उनकी बिनती स्वीकार न मचाओ और हाहाकार सुना है छुट्टी पर तुम नहीं जाते करते नहीं तुम किसी से भेदभाव न करते हो तुम किसी से आस करते हो क्यों तुम हमें उदास ? शीत लहर का करो … [Read more...] about Poem on Sun in Hindi | Suraj par Kavita सूर्य देव पर कविता
Poem on Happy New Year in Hindi 2019 नव वर्ष पर कविता
Poem on Happy New Year in Hindi | नव वर्ष पर कविता आज सामने नव सूरज बचपन भी इतरा रहा आंगन -आंगन सुमन महक रहे नया साल आ रहा नहीं होता कोई काम छोटा बिना मतभेद पवन बहती थोड़ा -थोड़ा सुख देना सबको ईश्वर मन भी आज यह गीत गा रहा नया साल आ रहा नये विचार हों पुराने रिश्ते प्रगाढ़ हों हर परस्थिति हिम्मत हों जीवन में प्यार हो क्या खोया , क्या पाया इसका न कोई हिसाब … [Read more...] about Poem on Happy New Year in Hindi 2019 नव वर्ष पर कविता
चिड़िया पर कविता poem on sparrow in Hindi
चिड़िया पर कविता poem on sparrow in Hindi तिनके लेकर महल बनाती ऊंची डाली पर लटकाती खेतों से फिर दाना लाती नदियों से भर लाती पानी तुझ को दूर न जाने देंगे दानों से आंगन भर देंगे और हौज में भर देंगे हम मीठा -मीठा ठंडा पानी। फिर अंडे सेयेगी जब तुम निकलेंगे जब नन्हे बच्चे हम आकर बारी -बारी से कर लेंगे उनकी निगरानी। फिर जब उनके पर निकलेंगे उड़ जायेंगे बया बनेंगे हम … [Read more...] about चिड़िया पर कविता poem on sparrow in Hindi